🤔 💫 *** शायद *** 💫😌
शायद |
जो मिल ना सका कभी... ऐसा सहारा बन गया शायद,
वो समंदर तो ना बन सका मुझ-सा... किनारा बन गया शायद,
ढूंढता रहा जिसे मैं उम्र-भर... इन आँखों के फ़लक पर...
वो और ही किसी धरती का सितारा बन गया शायद !
✍️सुमीत सिवाल...
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