🧘♂️*** नहीं मिलता ***🧘♂️
नहीं मिलता |
कलंदर संगेमरमर के मकानों में नहीं मिलता...
मैं असली घी हूँ बनियों की दुकानों में नहीं मिलता !
गगन से लौट आते हैं परिंदे शाम ढलते ही...
जो सुकूँ धरती में मिलता, आसमानों में नहीं मिलता !
तो फिर दुनिया में मेरे चाहने वाले कहाँ होते ?
ये अच्छा शेर है... ये कारखानों में नहीं मिलता !
सगी बहनों का जो रिश्ता है हिंदी और उर्दू में...
कहीं दुनिया की दो ज़िन्दा ज़बानों में नहीं मिलता !
🙏☺️🙏
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