🙏😌🧘♂️ *** आस ***🧘♂️😌🙏
आस |
महज़ इतना दुआओं में असर ए काश ! हो जाए,
मैं एक भी लफ्ज़ ना बोलूं... उसे एहसास हो जाए,
अंधेरों में दिये की रौशनी सा हर पहर चमके...
जो अधूरी प्यास मिट जाए तो पूरी आस हो जाए !
✍️सुमीत सिवाल...
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