💫✍️ क़ायनात ✍️💫
क़ायनात |
रफ़्ता-रफ़्ता जग के तन्हा सारी रात लिख दी,
नींदें गिरवी रख के एक-एक भूली बात लिख दी,
एक पल की मुलाक़ात में सुन लो नाम उनके आज हमने...
अधूरे चंद ख़्वाबों के बदले पूरी क़ायनात लिख दी !
✍️सुमीत सिवाल...
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