😌 *** नहीं होगा *** 😌
नहीं होगा |
ये दरवेशों की बस्ती है यहाँ ऐसा नहीं होगा,
लिबास ऐ ज़िन्दगी फट जाएगा मैला नहीं होगा !
शेयर बाज़ार में कीमत उछलती गिरती रहती हैं,
मगर ये खून ऐ मुफलिस है कभी महंगा नहीं होगा !
तेरे एहसान की ईंटे लगी हैं इस इमारत में,
हमारा घर तेरे घर से कभी ऊँचा नहीं होगा !
हमारी दोस्ती के बीच खुदगर्ज़ी भी शामिल है,
ये बेमौसम का फल है ये बहुत मीठा नहीं होगा !
पुराने शहर के लोगों में एक रस्म ऐ मुर्रव्वत है,
हमारे पास आ जाओ कभी धोखा नहीं होगा !
🙏☺️🙏
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