*** अक्स *** अक्स गुम है वो आजकल खुद की तलाश में, बताओ क्या ये आफताब अँधेरे जैसा नहीं है ? मेरा अक्स हूबहू खड़ा है मेरे सामने... ये आईने में जो शख्स है क्या मेरे जैसा नहीं है ? ✍️सुमीत सिवाल...
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