🕊️🐦*** अनमोल ***🪄💫अनमोल क्यूँ समेटकर रखता हूँ तेरा एक -एक अलफ़ाज़ मैं अनमोल...?मेरी रूह,दिल-ओ-ज़ेहन को तुमने अलमारी बना कर रख दिया ! ✍️सुमीत सिवाल...
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