*** पल-पल *** पल -पल ये तड़पते दिल की मौजें हैं... डुबाएंगी तुम्हें पल-पल,ये बेमौसम की बारिश है... रुलाएगी तुम्हें पल-पल,अभी सीखा ही क्या तुमने सबक कई और बाकी हैं...ये जिंदगी है...अभी जीना सिखाएगी तुम्हें पल-पल !✍️*सुमीत सिवाल*...