*** समझता हूँ ***
समझता हूँ |
चलो माना बड़ी झूठी बड़ी मक्कार दुनिया है,
मैं ख़ुद सच्चा हूँ हर इंसान को सच्चा समझता हूँ,
जिसे देखो बड़ा बनने की ज़िद में है मगर मैं तो...
किसी भी उम्र का इंसान हो बच्चा समझता हूँ,
मुझे हर आदमी की जात से अब कुछ नहीं लेना...
मैं तो इंसान हूँ इंसान को इंसा समझता हूँ !
*** सुमीत सिवाल ***
मैं ख़ुद सच्चा हूँ हर इंसान को सच्चा समझता हूँ,
जिसे देखो बड़ा बनने की ज़िद में है मगर मैं तो...
किसी भी उम्र का इंसान हो बच्चा समझता हूँ,
मुझे हर आदमी की जात से अब कुछ नहीं लेना...
मैं तो इंसान हूँ इंसान को इंसा समझता हूँ !
*** सुमीत सिवाल ***
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