*** बंद कर ***
बंद कर |
बीता वक़्त याद🙄 दिलाना बंद कर,
अब बस कर ✋️यूँ सताना बंद कर !🙏
थक चुका हूँ तेरे इम्तिहान दे-दे कर,ए ज़िन्दगी...✍️
मुझे अब इस क़दर आजमाना बंद कर ! 🙏
हिम्मत ना रही अब सूखे पंखो🐦 में, चल यूँ कर...
जल्दी से ये क़ैद-खाना बंद कर ! 🙏
बुझ चुके सब चराग 🔥मेरे भीतर, अब इनमें...
उम्मीदों की लौ जलाना बंद कर ! 🙏
मान ली सब बातें तेरी सर 🙇झुकाकर हमने...
हमें बस ये दुनिया दिखाना बंद कर ! 🙏
खुश हैं हम यहाँ तेरी दुनिया में, एक काम कर...
हमें अब होश🤦♂️ में लाना बंद कर ! 🙏
मर तो कब के चुके तेरी मनहूस खबरें सुन-सुनकर..
अब सुन✋️...हमें और डराना बंद कर !🙏
तेरे तज़ुर्बे क्या कम हैं ज़िन्दगी, इक इल्तिज़ा है बस...
"सुमीत"🐥को अब और सिखाना बंद कर ! 🙏
✍️सुमीत सिवाल...
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