🐥🐥🐥 सपने 🐥🐥🐥 सपने जैसे ही फुटपाथ पे उतर के आते हैं, हमारे सारे जज्बात उभर के आते हैं, सोये हम भले ही कई महलों में आज तक... सपने आज भी पुराने घर के आते हैं ! ✍️ सुमीत सिवाल...
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