🤦♂️🤦♂️🤦♂️ शिद्दत 🐥🐥🐥
शिद्दत |
तुम्हारा साथ ताकत है, भले अब हो जो चाहे हो,
चढ़ी परवान चाहत है, भले अब हो जो चाहे हो !
जहाँ में फिर रहे कब से, लिए आँखों में कुछ सपने...
ये तो बरसों की आदत है, भले अब हो जो चाहे हो !
जला कर रख दिए हर ओर, चाहत के दिए हमने...
तुम्हारी याद जन्नत है, भले अब हो जो चाहे हो !
बिगाड़ेंगी मेरा क्या ? जलजलों से उठ रही लहरें...
तुम्हारा 'नाम' हिम्मत है, भले अब हो जो चाहे हो !
अभी तक बस रहे हो तुम यूँ हम में इस क़दर, हमसे...
हमारी जान फुरक़त है, भले अब हो जो चाहे हो !
उतारी कश्तियाँ... हर मोड़ से बेखौफ हम गुजरे...
ख़ुदा की ही तो रहमत है,भले अब हो जो चाहे हो !
जुस्तजू में तेरी दर-दर, जहाँ से जब भी हम गुजरे...
हर इक-इक मोड़ आफ़त है, भले अब हो जो चाहे हो !
है लब पे बस दुआ, साँसों पे रब का नाम है, दिल का...
हर इक कतरा मुरव्वत है , भले अब हो जो चाहे हो !
कई बरसों से दिल में क़ैद है इक अनकहा क़िस्सा...
"सुमीत" का नाम शिद्दत है, भले अब हो जो चाहे हो !
✍️सुमीत सिवाल...
Nice
ReplyDeleteThnx
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