☺️☺️☺️ हंगामा रिटर्न्स 🙂🙂🙂
हंगामा रिटर्न्स |
दिलों में कर चुका है घर... वो दहशतगर्द हंगामा,
हाथ रखकर उसी रग पर... बना हमदर्द हंगामा,
दुआ है उम्रभर बेशक़ भले बदले कोई मौसम...
तपे, बरसे, कभी पतझर, कभी हो सर्द हंगामा !
✍️सुमीत सिवाल...
*** माँ *** माँ ढूंढते रहते हो क़िस्मत को हथेलियों पर, इन कटी-फटी लकीरों में आखिर रचा क्या है ? गौर से कभी दो पल माँ की ...
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