🙏 *** तहज़ीब *** 😌
तहज़ीब |
अपनी तहज़ीब को दिन-ब-दिन खोते जा रहे हैं,
नफ़रतों के बीज ख़ुद-ब-खुद बोते जा रहे हैं,
ये वक़्त है अब उठकर कुछ कर दिखाने का...
और हम हैं कि गहरी नींद सोते जा रहे हैं !
✍️ सुमीत सिवाल...
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